रामायणम् — 1.11.17
Original
Segmented
छिद्रम् हि मृगयन्ते ऽत्र विद्वांसो ब्रह्मराक्षसाः विधि-हीनस्य यज्ञस्य सद्यः कर्ता विनश्यति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| छिद्रम् | छिद्र | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| मृगयन्ते | मृगय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| ऽत्र | अत्र | pos=i |
| विद्वांसो | विद्वस् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| ब्रह्मराक्षसाः | ब्रह्मराक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| विधि | विधि | pos=n,comp=y |
| हीनस्य | हा | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| यज्ञस्य | यज्ञ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सद्यः | सद्यस् | pos=i |
| कर्ता | कर्तृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| विनश्यति | विनश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |