रामायणम् — 1.12.25
Original
Segmented
वसिष्ठ-वाक्यम् तच् छ्रुत्वा सुमन्त्रस् त्वरितस् तदा व्यादिशत् पुरुषांस् तत्र राज्ञाम् आनयने शुभान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वसिष्ठ | वसिष्ठ | pos=n,comp=y |
| वाक्यम् | वाक्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तच् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| छ्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| सुमन्त्रस् | सुमन्त्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वरितस् | त्वर् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तदा | तदा | pos=i |
| व्यादिशत् | व्यादिश् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| पुरुषांस् | पुरुष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| राज्ञाम् | राजन् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| आनयने | आनयन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| शुभान् | शुभ | pos=a,g=m,c=2,n=p |