रामायणम् — 1.23.27
Original
Segmented
सा इयम् पन्थानम् आवार्य वसत्य् अति अर्ध-योजने अत एव च गन्तव्यम् ताटकाया वनम् यतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| इयम् | इदम् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| पन्थानम् | पथिन् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| आवार्य | आवारय् | pos=vi |
| वसत्य् | वस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| अति | अति | pos=i |
| अर्ध | अर्ध | pos=n,comp=y |
| योजने | योजन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| अत | अतस् | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |
| गन्तव्यम् | गम् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| ताटकाया | ताटका | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| वनम् | वन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| यतः | यतस् | pos=i |