रामायणम् — 1.27.12
Original
Segmented
गम्यताम् इति तान् आह यथेष्टम् रघुनन्दनः मानसाः कार्य-कालेषु साहाय्यम् मे करिष्यथ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गम्यताम् | गम् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| आह | अह् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| यथेष्टम् | यथेष्ट | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| रघुनन्दनः | रघुनन्दन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मानसाः | मानस | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| कार्य | कार्य | pos=n,comp=y |
| कालेषु | काल | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| साहाय्यम् | साहाय्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| करिष्यथ | कृ | pos=v,p=2,n=p,l=lrt |