रामायणम् — 1.27.7
Original
Segmented
यौगंधर-हरिद्रौ च दैत्य-प्रमथनौ तथा पित्र्यम् सौमनसम् च एव विधूत-मकरौ उभौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यौगंधर | यौगंधर | pos=n,comp=y |
| हरिद्रौ | हरिद्र | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| च | च | pos=i |
| दैत्य | दैत्य | pos=n,comp=y |
| प्रमथनौ | प्रमथन | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| तथा | तथा | pos=i |
| पित्र्यम् | पित्र्य | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| सौमनसम् | सौमनस | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| विधूत | विधूत | pos=n,comp=y |
| मकरौ | मकर | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| उभौ | उभ् | pos=n,g=m,c=2,n=d |