रामायणम् — 1.28.7
Original
Segmented
स त्वम् सुर-हित-अर्थाय माया-योगम् उपाश्रितः वामन-त्वम् गतो विष्णो कुरु कल्याणम् उत्तमम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| सुर | सुर | pos=n,comp=y |
| हित | हित | pos=n,comp=y |
| अर्थाय | अर्थ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| माया | माया | pos=n,comp=y |
| योगम् | योग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उपाश्रितः | उपाश्रि | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| वामन | वामन | pos=n,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गतो | गम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| विष्णो | विष्णु | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| कुरु | कृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| कल्याणम् | कल्याण | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| उत्तमम् | उत्तम | pos=a,g=n,c=2,n=s |