रामायणम् — 1.29.2
Original
Segmented
भगवञ् श्रोतुम् इच्छावो यस्मिन् काले निशाचरौ संरक्षणीयौ तौ ब्रह्मन् न अतिवर्तेत तद्-क्षणम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भगवञ् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| श्रोतुम् | श्रु | pos=vi |
| इच्छावो | इष् | pos=v,p=1,n=d,l=lat |
| यस्मिन् | यद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| काले | काल | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| निशाचरौ | निशाचर | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| संरक्षणीयौ | संरक्ष् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=krtya |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| ब्रह्मन् | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| अतिवर्तेत | अतिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| क्षणम् | क्षण | pos=n,g=m,c=2,n=s |