रामायणम् — 1.35.22
Original
Segmented
एवम् उक्त्वा सुरान् सर्वाञ् शशाप पृथिवीम् अपि अवने न एकरूपा त्वम् बहु-भार्या भविष्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्त्वा | वच् | pos=vi |
| सुरान् | सुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सर्वाञ् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| शशाप | शप् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| पृथिवीम् | पृथिवी | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| अवने | अवनि | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| न | न | pos=i |
| एकरूपा | एकरूप | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| बहु | बहु | pos=a,comp=y |
| भार्या | भार्या | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| भविष्यसि | भू | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |