रामायणम् — 1.37.7
Original
Segmented
अपत्य-लाभः सु महान् भविष्यति ते अनघ कीर्तिम् च अप्रतिमाम् लोके प्राप्स्यसे पुरुष-ऋषभ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अपत्य | अपत्य | pos=n,comp=y |
| लाभः | लाभ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| महान् | महत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| भविष्यति | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| अनघ | अनघ | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| कीर्तिम् | कीर्ति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| अप्रतिमाम् | अप्रतिम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| प्राप्स्यसे | प्राप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| पुरुष | पुरुष | pos=n,comp=y |
| ऋषभ | ऋषभ | pos=n,g=m,c=8,n=s |