रामायणम् — 1.39.25
Original
Segmented
ते तम् यज्ञहनम् ज्ञात्वा क्रोध-पर्याकुल-ईक्षणाः अभ्यधावन्त संक्रुद्धास् तिष्ठ तिष्ठ इति च अब्रुवन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यज्ञहनम् | यज्ञहन | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ज्ञात्वा | ज्ञा | pos=vi |
| क्रोध | क्रोध | pos=n,comp=y |
| पर्याकुल | पर्याकुल | pos=a,comp=y |
| ईक्षणाः | ईक्षण | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| अभ्यधावन्त | अभिधाव् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| संक्रुद्धास् | संक्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| तिष्ठ | स्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| तिष्ठ | स्था | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| इति | इति | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अब्रुवन् | ब्रू | pos=v,p=3,n=p,l=lan |