रामायणम् — 1.39.7
Original
Segmented
परिक्रान्ता मही सर्वा सत्त्ववन्तः च सूदिताः देव-दानव-रक्षांसि पिशाच-उरग-किन्नराः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| परिक्रान्ता | परिक्रम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| मही | मही | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| सर्वा | सर्व | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| सत्त्ववन्तः | सत्त्ववत् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| सूदिताः | सूदय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| दानव | दानव | pos=n,comp=y |
| रक्षांसि | रक्षस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| पिशाच | पिशाच | pos=n,comp=y |
| उरग | उरग | pos=n,comp=y |
| किन्नराः | किंनर | pos=n,g=m,c=1,n=p |