रामायणम् — 1.40.8
Original
Segmented
स तम् प्रदक्षिणम् कृत्वा पृष्ट्वा च एव निरामयम् पितॄन् स परिपप्रच्छ वाजि-हर्तारम् एव च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रदक्षिणम् | प्रदक्षिण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| पृष्ट्वा | प्रच्छ् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| निरामयम् | निरामय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पितॄन् | पितृ | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| परिपप्रच्छ | परिप्रच्छ् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वाजि | वाजिन् | pos=n,comp=y |
| हर्तारम् | हर्तृ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| च | च | pos=i |