रामायणम् — 1.42.12
Original
Segmented
शिंशुमार-उरग-गणैः मीनैः अपि च चञ्चलैः विद्युद्भिः इव विक्षिप्तैः आकाशम् अभवत् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शिंशुमार | शिंशुमार | pos=n,comp=y |
| उरग | उरग | pos=n,comp=y |
| गणैः | गण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| मीनैः | मीन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |
| च | च | pos=i |
| चञ्चलैः | चञ्चल | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| विद्युद्भिः | विद्युत् | pos=n,g=,c=3,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| विक्षिप्तैः | विक्षिप् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| आकाशम् | आकाश | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |