रामायणम् — 1.42.18
Original
Segmented
शापात् प्रपतिता ये च गगनाद् वसुधा-तलम् कृत्वा तत्र अभिषेकम् ते बभूवुः गत-कल्मषाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शापात् | शाप | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| प्रपतिता | प्रपत् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| गगनाद् | गगन | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| वसुधा | वसुधा | pos=n,comp=y |
| तलम् | तल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| अभिषेकम् | अभिषेक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| बभूवुः | भू | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| गत | गम् | pos=va,comp=y,f=part |
| कल्मषाः | कल्मष | pos=n,g=m,c=1,n=p |