रामायणम् — 1.46.5
Original
Segmented
ब्रह्मलोकम् चरत्व् एक इन्द्र-लोकम् तथा अपरः दिवि वायुः इति ख्यातस् तृतीयो ऽपि महा-यशाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ब्रह्मलोकम् | ब्रह्मलोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| चरत्व् | चर् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| एक | एक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,comp=y |
| लोकम् | लोक | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तथा | तथा | pos=i |
| अपरः | अपर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दिवि | दिव् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| वायुः | वायु | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| ख्यातस् | ख्या | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तृतीयो | तृतीय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| यशाः | यशस् | pos=n,g=m,c=1,n=s |