रामायणम् — 1.48.3
Original
Segmented
अफलो ऽस्मि कृतस् तेन क्रोधात् सा च निराकृता शाप-मोक्षेन महता तपो अस्य अपहृतम् मया
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अफलो | अफल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| कृतस् | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तेन | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| क्रोधात् | क्रोध | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| निराकृता | निराकृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| शाप | शाप | pos=n,comp=y |
| मोक्षेन | मोक्ष | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| महता | महत् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| तपो | तपस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अपहृतम् | अपहृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |