रामायणम् — 1.48.7
Original
Segmented
अफलस् तु कृतो मेषः पराम् तुष्टिम् प्रदास्यति भवताम् हर्षण-अर्थाय ये च दास्यन्ति मानवाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अफलस् | अफल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| कृतो | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| मेषः | मेष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पराम् | पर | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| तुष्टिम् | तुष्टि | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रदास्यति | प्रदा | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| भवताम् | भवत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| हर्षण | हर्षण | pos=n,comp=y |
| अर्थाय | अर्थ | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| ये | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| दास्यन्ति | दा | pos=v,p=3,n=p,l=lrt |
| मानवाः | मानव | pos=n,g=m,c=1,n=p |