रामायणम् — 1.53.3
Original
Segmented
परित्यक्ता वसिष्ठेन किम् अहम् सु महात्मना या अहम् राजभृतैः दीना भृश-दुःखिता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| परित्यक्ता | परित्यज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| वसिष्ठेन | वसिष्ठ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| महात्मना | महात्मन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| राजभृतैः | राजभृत | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| दीना | दीन | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| भृश | भृश | pos=a,comp=y |
| दुःखिता | दुःखित | pos=a,g=f,c=1,n=s |