रामायणम् — 1.53.8
Original
Segmented
भगवन् किम् परित्यक्ता त्वया अहम् ब्रह्मणः सुत यस्माद् राजभृता माम् हि नयन्ते त्वद्-सकाशात्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भगवन् | भगवत् | pos=a,g=m,c=8,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| परित्यक्ता | परित्यज् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| ब्रह्मणः | ब्रह्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| सुत | सुत | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| यस्माद् | यद् | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| राजभृता | राजभृत | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| नयन्ते | नी | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| सकाशात् | सकाश | pos=n,g=m,c=5,n=s |