रामायणम् — 1.56.5
Original
Segmented
जिता राजर्षि-लोकाः ते तपसा कुशिक-आत्मज अनेन तपसा त्वाम् हि राजर्षिः इति विद्महे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| जिता | जि | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| राजर्षि | राजर्षि | pos=n,comp=y |
| लोकाः | लोक | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| कुशिक | कुशिक | pos=n,comp=y |
| आत्मज | आत्मज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| अनेन | इदम् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तपसा | तपस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| राजर्षिः | राजर्षि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| विद्महे | विद् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |