रामायणम् — 1.58.12
Original
Segmented
श्रुत्वा ते वचनम् सर्वे समायान्ति द्विजातयः सर्व-देशेषु च अगच्छन् वर्जयित्वा महोदयम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| समायान्ति | समाया | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| द्विजातयः | द्विजाति | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| देशेषु | देश | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| च | च | pos=i |
| अगच्छन् | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=lan |
| वर्जयित्वा | वर्जय् | pos=vi |
| महोदयम् | महोदय | pos=n,g=m,c=2,n=s |