रामायणम् — 1.59.27
Original
Segmented
सर्गो ऽस्तु स शरीरस्य त्रिशङ्कोः अस्य शाश्वतः नक्षत्राणि च सर्वाणि मामकानि ध्रुवाण्य् अथ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सर्गो | सर्ग | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्तु | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lot |
| स | स | pos=i |
| शरीरस्य | शरीर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| त्रिशङ्कोः | त्रिशङ्कु | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| शाश्वतः | शाश्वत | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| नक्षत्राणि | नक्षत्र | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| मामकानि | मामक | pos=a,g=,c=1,n=p |
| ध्रुवाण्य् | ध्रुव | pos=a,g=n,c=1,n=p |
| अथ | अथ | pos=i |