रामायणम् — 1.67.12
Original
Segmented
प्रीतिम् च मम राज-इन्द्र निर्वर्तयितुम् अर्हसि पुत्रयोः उभयोः एव प्रीतिम् त्वम् अपि लप्स्यसे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| इन्द्र | इन्द्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| निर्वर्तयितुम् | निर्वर्तय् | pos=vi |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| पुत्रयोः | पुत्र | pos=n,g=m,c=6,n=d |
| उभयोः | उभय | pos=a,g=m,c=6,n=d |
| एव | एव | pos=i |
| प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| लप्स्यसे | लभ् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |