रामायणम् — 1.71.18
Original
Segmented
स्वस्ति प्राप्नुहि भद्रम् ते गमिष्यामि स्वम् आलयम् श्राद्ध-कर्माणि सर्वाणि विधास्य इति च अब्रवीत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्वस्ति | स्वस्ति | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्राप्नुहि | प्राप् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| भद्रम् | भद्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| गमिष्यामि | गम् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| स्वम् | स्व | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| आलयम् | आलय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| श्राद्ध | श्राद्ध | pos=n,comp=y |
| कर्माणि | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| सर्वाणि | सर्व | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| विधास्य | विधा | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| इति | इति | pos=i |
| च | च | pos=i |
| अब्रवीत् | ब्रू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |