रामायणम् — 1.74.18
Original
Segmented
देवैस् तदा समागम्य स ऋषि-संघैः स चारणैः याचितौ प्रशमम् तत्र जग्मतुस् तौ सुर-उत्तमौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| देवैस् | देव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| तदा | तदा | pos=i |
| समागम्य | समागम् | pos=vi |
| स | स | pos=i |
| ऋषि | ऋषि | pos=n,comp=y |
| संघैः | संघ | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| स | स | pos=i |
| चारणैः | चारण | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| याचितौ | याच् | pos=va,g=m,c=1,n=d,f=part |
| प्रशमम् | प्रशम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| जग्मतुस् | गम् | pos=v,p=3,n=d,l=lit |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| सुर | सुर | pos=n,comp=y |
| उत्तमौ | उत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=d |