रामायणम् — 1.74.2
Original
Segmented
तद् अद्भुतम् अचिन्त्यम् च भेदनम् धनुषस् त्वया तच् श्रुत्वा अहम् अनुप्राप्तो धनुः गृहीत्वा अपरम् शुभम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अद्भुतम् | अद्भुत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| अचिन्त्यम् | अचिन्त्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| भेदनम् | भेदन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| धनुषस् | धनुस् | pos=n,g=n,c=6,n=s |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| तच् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अनुप्राप्तो | अनुप्राप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गृहीत्वा | ग्रह् | pos=vi |
| अपरम् | अपर | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| शुभम् | शुभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |