रामायणम् — 2.1.30
Original
Segmented
एषा ह्य् अस्य परा प्रीतिः हृदि सम्परिवर्तते कदा नाम सुतम् द्रक्ष्याम्य् अभिषिक्तम् अहम् प्रियम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एषा | एतद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ह्य् | हि | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| परा | पर | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| प्रीतिः | प्रीति | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| हृदि | हृद् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सम्परिवर्तते | सम्परिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| कदा | कदा | pos=i |
| नाम | नाम | pos=i |
| सुतम् | सुत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| द्रक्ष्याम्य् | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| अभिषिक्तम् | अभिषिच् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्रियम् | प्रिय | pos=a,g=m,c=2,n=s |