रामायणम् — 2.1.33
Original
Segmented
महीम् अहम् इमाम् कृत्स्नाम् अधितिष्ठन्तम् आत्मजम् अनेन वयसा दृष्ट्वा यथा स्वर्गम् अवाप्नुयाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| महीम् | मही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| इमाम् | इदम् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| कृत्स्नाम् | कृत्स्न | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| अधितिष्ठन्तम् | अधिष्ठा | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| आत्मजम् | आत्मज | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनेन | इदम् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| वयसा | वयस् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| यथा | यथा | pos=i |
| स्वर्गम् | स्वर्ग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अवाप्नुयाम् | अवाप् | pos=v,p=1,n=s,l=vidhilin |