रामायणम् — 2.100.9
Original
Segmented
राज-भोगान् अनुभवन् महार्हान् पार्थिव-आत्मज विहर त्वम् अयोध्यायाम् यथा शक्रस् त्रिविष्टपे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राज | राजन् | pos=n,comp=y |
| भोगान् | भोग | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अनुभवन् | अनुभू | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| महार्हान् | महार्ह | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| पार्थिव | पार्थिव | pos=n,comp=y |
| आत्मज | आत्मज | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| विहर | विहृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अयोध्यायाम् | अयोध्या | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| यथा | यथा | pos=i |
| शक्रस् | शक्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्रिविष्टपे | त्रिविष्टप | pos=n,g=n,c=7,n=s |