रामायणम् — 2.103.6
Original
Segmented
वृद्धाया धर्म-शीलायाः मातुः न अर्हसि अवर्तितुम् अस्यास् तु वचनम् कुर्वन् न अतिवर्तेः सताम् गतिम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| वृद्धाया | वृद्ध | pos=a,g=f,c=5,n=s |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| शीलायाः | शील | pos=n,g=f,c=5,n=s |
| मातुः | मातृ | pos=n,g=f,c=5,n=s |
| न | न | pos=i |
| अर्हसि | अर्ह् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| अवर्तितुम् | अवर्तितुम् | pos=i |
| अस्यास् | इदम् | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| कुर्वन् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| अतिवर्तेः | अतिवृत् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
| सताम् | सत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| गतिम् | गति | pos=n,g=f,c=2,n=s |