रामायणम् — 2.104.3
Original
Segmented
स धन्यो यस्य पुत्रौ द्वौ धर्म-ज्ञौ धर्म-विक्रमौ श्रुत्वा वयम् हि सम्भाषाम् उभयोः स्पृहयामहे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| धन्यो | धन्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| पुत्रौ | पुत्र | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| द्वौ | द्वि | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| ज्ञौ | ज्ञ | pos=a,g=m,c=1,n=d |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| विक्रमौ | विक्रम | pos=n,g=m,c=1,n=d |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| वयम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| सम्भाषाम् | सम्भाषा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| उभयोः | उभय | pos=a,g=m,c=6,n=d |
| स्पृहयामहे | स्पृहय् | pos=v,p=1,n=p,l=lat |