रामायणम् — 2.108.13
Original
Segmented
त्वम् यदा प्रभृति ह्य् अस्मिन्न् आश्रमे तात वर्तसे तदा प्रभृति रक्षांसि विप्रकुर्वन्ति तापसान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| यदा | यदा | pos=i |
| प्रभृति | प्रभृति | pos=i |
| ह्य् | हि | pos=i |
| अस्मिन्न् | इदम् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| आश्रमे | आश्रम | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| वर्तसे | वृत् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| तदा | तदा | pos=i |
| प्रभृति | प्रभृति | pos=i |
| रक्षांसि | रक्षस् | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| विप्रकुर्वन्ति | विप्रकृ | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| तापसान् | तापस | pos=n,g=m,c=2,n=p |