रामायणम् — 2.108.16
Original
Segmented
तेषु तेष्व् आश्रम-स्थानेषु अबुद्धम् अवलीय च रमन्ते तापसांस् तत्र नाशयन्तो अल्प-चेतसः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तेषु | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| तेष्व् | तद् | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| आश्रम | आश्रम | pos=n,comp=y |
| स्थानेषु | स्थान | pos=n,g=n,c=7,n=p |
| अबुद्धम् | अबुद्ध | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अवलीय | अवली | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| रमन्ते | रम् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| तापसांस् | तापस | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| नाशयन्तो | नाशय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| अल्प | अल्प | pos=a,comp=y |
| चेतसः | चेतस् | pos=n,g=m,c=1,n=p |