रामायणम् — 2.109.1
Original
Segmented
राघवस् त्व् अपयातेषु तपस्विषु विचिन्तयन् न तत्र अरोचयत् वासम् कारणैः बहुभिस् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राघवस् | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| त्व् | तु | pos=i |
| अपयातेषु | अपया | pos=va,g=m,c=7,n=p,f=part |
| तपस्विषु | तपस्विन् | pos=n,g=m,c=7,n=p |
| विचिन्तयन् | विचिन्तय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| न | न | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| अरोचयत् | रोचय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| वासम् | वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कारणैः | कारण | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| बहुभिस् | बहु | pos=a,g=n,c=3,n=p |
| तदा | तदा | pos=i |