रामायणम् — 2.110.12
Original
Segmented
एवंविधाः च प्रवराः स्त्रियो भर्तृ-दृढ-व्रताः देव-लोके महीयन्ते पुण्येन स्वेन कर्मणा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवंविधाः | एवंविध | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| प्रवराः | प्रवर | pos=a,g=f,c=1,n=p |
| स्त्रियो | स्त्री | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| भर्तृ | भर्तृ | pos=n,comp=y |
| दृढ | दृढ | pos=a,comp=y |
| व्रताः | व्रत | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| महीयन्ते | महीय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| पुण्येन | पुण्य | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| स्वेन | स्व | pos=a,g=n,c=3,n=s |
| कर्मणा | कर्मन् | pos=n,g=n,c=3,n=s |