रामायणम् — 2.110.16
Original
Segmented
सा त्व् एवम् उक्ता धर्म-ज्ञा तया प्रीततरा अभवत् स फलम् च प्रहर्षम् ते हन्त सीते करोम्य् अहम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| त्व् | तु | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| उक्ता | वच् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| ज्ञा | ज्ञ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| तया | तद् | pos=n,g=f,c=3,n=s |
| प्रीततरा | प्रीततर | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| अभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| स | स | pos=i |
| फलम् | फल | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| प्रहर्षम् | प्रहर्ष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| हन्त | हन्त | pos=i |
| सीते | सीता | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| करोम्य् | कृ | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |