रामायणम् — 2.110.23
Original
Segmented
स्वयंवरे किल प्राप्ता त्वम् अनेन यशस्विना राघवेन इति मे सीते कथा श्रुतिम् उपागता
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स्वयंवरे | स्वयंवर | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| किल | किल | pos=i |
| प्राप्ता | प्राप् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| अनेन | इदम् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| यशस्विना | यशस्विन् | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| राघवेन | राघव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| सीते | सीता | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| कथा | कथा | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| श्रुतिम् | श्रुति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| उपागता | उपागम् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |