रामायणम् — 2.110.42
Original
Segmented
तच् च दृष्ट्वा धनुः श्रेष्ठम् गौरवाद् गिरि-संनिभम् अभिवाद्य नृपा जग्मुः अशक्तास् तस्य तोलने
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तच् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| धनुः | धनुस् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रेष्ठम् | श्रेष्ठ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| गौरवाद् | गौरव | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| गिरि | गिरि | pos=n,comp=y |
| संनिभम् | संनिभ | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| अभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
| नृपा | नृप | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| जग्मुः | गम् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| अशक्तास् | अशक्त | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तोलने | तोलन | pos=n,g=n,c=7,n=s |