रामायणम् — 2.110.46
Original
Segmented
निमेष-अन्तर-मात्रेण तद् आनम्य स वीर्यवान् ज्याम् समारोप्य झटिति पूरयामास वीर्यवान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निमेष | निमेष | pos=n,comp=y |
| अन्तर | अन्तर | pos=n,comp=y |
| मात्रेण | मात्र | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आनम्य | आनम् | pos=vi |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ज्याम् | ज्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| समारोप्य | समारोपय् | pos=vi |
| झटिति | झटिति | pos=i |
| पूरयामास | पूरय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| वीर्यवान् | वीर्यवत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |