रामायणम् — 2.111.11
Original
Segmented
अलंकुरु च तावत् त्वम् प्रत्यक्षम् मम मैथिलि प्रीतिम् जनय मे वत्स दिव्य-अलंकार-शोभिनी
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अलंकुरु | अलंकृ | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| च | च | pos=i |
| तावत् | तावत् | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्रत्यक्षम् | प्रत्यक्ष | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मैथिलि | मैथिली | pos=n,g=f,c=8,n=s |
| प्रीतिम् | प्रीति | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| जनय | जनय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| वत्स | वत्स | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| दिव्य | दिव्य | pos=a,comp=y |
| अलंकार | अलंकार | pos=n,comp=y |
| शोभिनी | शोभिन् | pos=a,g=f,c=1,n=s |