रामायणम् — 2.12.19
Original
Segmented
सुमन्त्रः करुणम् श्रुत्वा दृष्ट्वा दीनम् च पार्थिवम् प्रगृहीत-अञ्जलिः किंचित् तस्माद् देशाद् अपाक्रमन्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुमन्त्रः | सुमन्त्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| करुणम् | करुण | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| दीनम् | दीन | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| पार्थिवम् | पार्थिव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रगृहीत | प्रग्रह् | pos=va,comp=y,f=part |
| अञ्जलिः | अञ्जलि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| किंचित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तस्माद् | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| देशाद् | देश | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| अपाक्रमन् | अपक्रम् | pos=v,p=3,n=p,l=lun |