रामायणम् — 2.14.2
Original
Segmented
प्रास-कार्मुक-भृ युवभिः मृष्ट-कुण्डलैः अप्रमादिभिः एकाग्रैः सु अनुरक्तैः अधिष्ठिताम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रास | प्रास | pos=n,comp=y |
| कार्मुक | कार्मुक | pos=n,comp=y |
| भृ | भृ | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| युवभिः | युवन् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| मृष्ट | मृज् | pos=va,comp=y,f=part |
| कुण्डलैः | कुण्डल | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अप्रमादिभिः | अप्रमादिन् | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| एकाग्रैः | एकाग्र | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| अनुरक्तैः | अनुरञ्ज् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| अधिष्ठिताम् | अधिष्ठा | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |