रामायणम् — 2.14.3
Original
Segmented
तत्र काषायिणो वृद्धान् वेत्र-पाणीन् सु अलंकृतान् ददर्श विष्ठितान् द्वारि स्त्र्यध्यक्षान् सु समाहितान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तत्र | तत्र | pos=i |
| काषायिणो | काषायिन् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| वृद्धान् | वृद्ध | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| वेत्र | वेत्र | pos=n,comp=y |
| पाणीन् | पाणि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| अलंकृतान् | अलंकृ | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| विष्ठितान् | विष्ठा | pos=va,g=m,c=2,n=p,f=part |
| द्वारि | द्वार् | pos=n,g=f,c=7,n=s |
| स्त्र्यध्यक्षान् | स्त्र्यध्यक्ष | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| समाहितान् | समाहित | pos=a,g=m,c=2,n=p |