रामायणम् — 2.14.5
Original
Segmented
प्रतिवेदितम् आज्ञाय सूतम् अभ्यन्तरम् पितुः तत्र एव आनाययामास राघवः प्रिय-काम्या
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रतिवेदितम् | प्रतिवेदय् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| आज्ञाय | आज्ञा | pos=vi |
| सूतम् | सूत | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अभ्यन्तरम् | अभ्यन्तर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| पितुः | पितृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| आनाययामास | आनायय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| राघवः | राघव | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रिय | प्रिय | pos=n,comp=y |
| काम्या | काम्या | pos=n,g=f,c=3,n=s |