रामायणम् — 2.15.11
Original
Segmented
सर्वेषाम् स हि धर्म-आत्मा वर्णानाम् कुरुते दयाम् चतुर्णाम् हि वयः-स्थानाम् तेन ते तम् अनुव्रताः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सर्वेषाम् | सर्व | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| आत्मा | आत्मन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वर्णानाम् | वर्ण | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| दयाम् | दया | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| चतुर्णाम् | चतुर् | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| हि | हि | pos=i |
| वयः | वयस् | pos=n,comp=y |
| स्थानाम् | स्थ | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| तेन | तेन | pos=i |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अनुव्रताः | अनुव्रत | pos=a,g=m,c=1,n=p |