रामायणम् — 2.16.16
Original
Segmented
कच्चित् ते परुषम् किंचिद् अभिमानात् पिता मम उक्तो भवत्या कोपेन यत्र अस्य लुलितम् मनः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कच्चित् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=4,n=s |
| परुषम् | परुष | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| किंचिद् | कश्चित् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अभिमानात् | अभिमान | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| पिता | पितृ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मम | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| उक्तो | वच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भवत्या | भवत् | pos=a,g=f,c=3,n=s |
| कोपेन | कोप | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| लुलितम् | लुल् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मनः | मनस् | pos=n,g=n,c=1,n=s |