रामायणम् — 2.16.43
Original
Segmented
धिक् कष्टम् इति निःश्वस्य राजा शोक-परिप्लुतः मूर्छितो न्यपतत् तस्मिन् पर्यङ्के हेम-भूषिते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| धिक् | धिक् | pos=i |
| कष्टम् | कष्ट | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| इति | इति | pos=i |
| निःश्वस्य | निःश्वस् | pos=vi |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शोक | शोक | pos=n,comp=y |
| परिप्लुतः | परिप्लु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| मूर्छितो | मूर्छय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| न्यपतत् | निपत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तस्मिन् | तद् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| पर्यङ्के | पर्यङ्क | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| हेम | हेमन् | pos=n,comp=y |
| भूषिते | भूषय् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |