रामायणम् — 2.17.24
Original
Segmented
त्वयि संनिहिते ऽप्य् एवम् अहम् आसम् निराकृता किम् पुनः प्रोषिते तात ध्रुवम् मरणम् एव मे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वयि | त्वद् | pos=n,g=,c=7,n=s |
| संनिहिते | संनिधा | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| ऽप्य् | अपि | pos=i |
| एवम् | एवम् | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| आसम् | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lan |
| निराकृता | निराकृ | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| प्रोषिते | प्रवस् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| तात | तात | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| ध्रुवम् | ध्रुव | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| मरणम् | मरण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |