रामायणम् — 2.18.24
Original
Segmented
ततस् त्वम् प्राप्स्यसे पुत्र निरयम् लोक-विश्रुतम् ब्रह्महत्याम् इव अधर्मात् समुद्रः सरिताम् पतिः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ततस् | ततस् | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| प्राप्स्यसे | प्राप् | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |
| पुत्र | पुत्र | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| निरयम् | निरय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| लोक | लोक | pos=n,comp=y |
| विश्रुतम् | विश्रु | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| ब्रह्महत्याम् | ब्रह्महत्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अधर्मात् | अधर्म | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| समुद्रः | समुद्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सरिताम् | सरित् | pos=n,g=f,c=6,n=p |
| पतिः | पति | pos=n,g=m,c=1,n=s |