रामायणम् — 2.18.5
Original
Segmented
न तम् पश्याम्य् अहम् लोके परोक्षम् अपि यो नरः अमित्रो ऽपि निरस्तो ऽपि यो ऽस्य दोषम् उदाहरेत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पश्याम्य् | दृश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| लोके | लोक | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| परोक्षम् | परोक्ष | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| नरः | नर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अमित्रो | अमित्र | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| निरस्तो | निरस् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| दोषम् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| उदाहरेत् | उदाहृ | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |